Morning Walk Benefits मॉर्निंग वाक के फायदे

Morning walk सबसे अच्छी और आसान कसरत है. जो व्यक्ति घंटो जिम नहीं बिता सकते या जिनके लिए कसरत करने का समय नहीं है उनके लिए मॉर्निंग वाक सबसे बढ़िया कसरत है  आजकल तो 5 मिन्ट  कहीं जाने के  लिए भी स्कूटर , बाइक इस्तेमाल की जाती है, जैसे चलना हम भूल गए हो. मॉर्निंग वाक 30 मिंट करनी चाहिए। और धीरे धीरे अपने समय को और 45 मिनट तक करे लेकिन अपनी चलने की गति को तेज करे। बीच बीच में गति धीमी कर सकते हैं। हल्की जोगिंग भी कर सकते हैं। थकन महसूस करने पर थोड़ी देर बीच में रुक कर बैठ सकते हैं। इससे मेटाबोलिज्म अच्छा रहता है। शरीर स्वस्थ बना रहता है। डॉक्टर भी मॉर्निंग वाक करने की सलाह देता है , तब हम  मजबूरी में जाकर मॉर्निंग वाक शुरू करनी पड़ती है।

नींद 

मॉर्निंग वाक से हमारा शरीर चुस्त रहता है अच्छी नींद के लिए। 
वजन कम  होता है 
जो लोग अपना वजन काम करना चाहते है उनके लिए ये सबसे उपयुक्त कसरत है मॉर्निंग वाक से हमारे शरीर में जमा  बॉडी शेप में आती है। यदि नीचे के हिस्से यानि जाँघो और कूल्हों को शेप में लाना है तो नियमित वाकिंग से अच्छा कुछ नहीं है। आधा घंटे की तेज चाल से लगभग 200 कैलोरी जल जाती है।
मांसपेशियाँ 
जबी हम पैदल चलते  है तो शरीर की सभी मांसपेशिया  काम करती है और हमे ताकत मिलती है। मॉर्निंग वाक करने से   हाथ , पैर और पेट की माँसपेशियां मजबूत बनती हैं।

जोड़ों का दर्द 

मॉर्निंग वाक करने से जोड़ो के दर्द को आराम मिलता है। जोड़ों में मौजूद कार्टिलेज में सीधे तौर पर रक्त की सप्लाई नहीं होती है. मॉर्निंग वाक से जोड़ों ऑक्सीजन  की मात्रा बढ़ती है। पीठ की जकड़न कम करता है। मॉर्निंग वाक के साथ कुछ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने से गतिशीलता बढ़ती है। वाक करने से हड्डी मजबूत बनती है। इससे जोड़ों पर दबाव कम होता है और यह अर्थराइटिस के दर्द में आराम देता है।
हृदय 

मॉर्निंग वाक करने से हृदय को लाभदायक मिलता है। नियमित वाक करने से ब्लड प्रेशर का स्तर सही बना रहता है जो हृदय के लिए लाभदायक होता है। अगर खून कोलेस्ट्रॉल अधिक हो तो उससे कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है। हृदय की मांसपेशियों की कसरत हो जाती है और हृदय मजबूत होता है।

शांतचित्त 

मॉर्निंग वाक करने से शरीर हल्का होता है और हमारे मन को ख़ुशी मिलती है मॉर्निंग वाक नर्वस सिस्टम पर अच्छा प्रभाव डालता है और इससे हमारे मन शांत रहता है इससे गुस्सा और क्रोध कम होता है। मॉर्निंग वाक करने से  सूरज की पहली किरण हमारे शरीर पर पड़ती है जिससे विटामिन की कमी पूरी होती है। 

अधिक ऑक्सीजन 

ऊर्जा का स्तर सुधरता है और स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। फेफड़े की भी कसरत हो जाती है और वे मजबूत होते हैं तथा उनकी कार्यविधि में सुधार होता है। पैदल चलने से साँस की गति बढ़ती है। इससे फेफड़ों में अधिक ऑक्सीजन का प्रवाह होता है। रक्त को ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है। 

वॉक करने के लिए जरुरी बाते 

अधिक दूरी तक और नियमित पैदल चलते हैं तो हमें फायदा मिलेगा लेकिन शरीर को जबरदस्ती थकाना नहीं है। 
पीठ सीधी रखें आगे या पीछे की तरफ झुका कर ना चलें।
हाथों को आजादी से हिलने दें 
शुरू में 5 -7 मिनट धीमी चाल से चलें। बाद में स्पीड बढ़ा सकते हैं।
वॉक पर जाने के लिए ऐसी जगह चुने जहाँ हवा शुद्ध हो और हरियाली हो
गर्मी के मौसम में पसीना जल्दी सोखने वाले हल्के, सूती कपड़े पहने। आरामदायक और ढीले कपडे पहने। मौसम के हिसाब से कपड़ों का चुनाव करें। सर्दी में गर्म और पूरी आस्तीन के कपड़े पहन कर निकलें।
मॉर्निंग वाक करने के स्पोर्ट्स वाले जूते पहने। सूती मोज़े पहने। 

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